Uddish Tantra उड्डीश तंत्र
Brand: Chaukhamba Surbharti Prakashan, Varanasi
Product Code: CSG 651
Author: Dr. Shashishekhar Chaturvedi
ISBN: 9789386554963
Bound: Paperback
Publishing Date: 2019
Publisher: Chaukhamba Surbharati Prakashan
Pages: 14+111
Language: Sanskrit Hindi
Availability: 13
रावण-शिव संवादरूप
उड्डीश तंत्र
रावण-प्रणीत षट्कर्म,इंद्रजाल,यक्षिणी एवं योगिनी-सिद्धि का प्रामाणिक दुर्लभ ग्रंथ
सम्पादक एवं टीकाकार
डॉ शशिशेखर चतुर्वेदी
वेद ओर आगम एक दूसरे के पूरक शास्त्र है जिस प्रकार वेद के मंत्र किसी की रचना नहीं है और उनको अपौरुषेय माना जाता है , उसी प्रकार आगम तंत्र भी किसी मनुष्य की कृति नहीं है और अपौरुषेय है अनादि काल से ही वैदिकी और आगमिक परंपराए निर्बाधरूप से संसार मे चली आ रही है । आगम के विषय मे कहा गया है-
आगतम शिववक्त्रेयभया गतम तू गिरिजश्रुतौ
मतम तू वसुदेवेन तस्मादगम उच्चयते ||
रावण-शिव के संवाद रूप मे उड्डीशतंत्र प्रसिद्धा है। इसमे शांति , पुष्टि और , वशीकरण आदि षट्कर्मों का वर्णन किया गया है। उड्डीशतंत्र मे निहित श्लोको की व्याख्या इस प्रकार की गयी है की श्लोको का सम्पूर्ण और समुचित अर्थ प्रकाशित हो सके और पाठको तथा साधको को किसी भी प्रकाश की क्लिष्टता का अनुभव न हो और वे सम्पूर्ण रहस्य को ज्ञात कर लेने के पश्चात बताए गए प्रयोगो को सरलता से कर सके और उनके अभिलाषित मनोरथ पूर्णा हो सके।
इस पुस्तक के अंत मे परिशिष्ट भाग भी दिया गया है, जिसमे तांत्रिको के द्वारा प्रयुक्ता और अनुभूत सिद्धि मंत्रो का प्रयोग और उनकी विधि बताई गयी है। ये मंत्र साधको के मनोरथों को बिना किसी संदेह के पूर्णा करने वाले है। परिशिष्ठा भाग मे दिये गए प्रयोगो को पूर्णत समझ लेने के पश्चात किसी योग्य गुरु के निर्देशन मे करने पर पाठ्य- साधको को निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी , ऐसा विश्वास है।
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Tags: Dr. Shashishekhar Chaturvedi, Uddisha tantram (उड्डीशतन्त्रम) CHAUKHAMBA TANTRA BOOK